गहुँका प्रचलीत जातहरु
अन्नबालीको प्रकार
विवरणको प्रकार
जातको छनौट गर्दा बिशेषतः ठाँउ र हावापानीमा ध्यान दिनुपर्दछ । ठाँउ अनुसारको जात छनौट गर्यो भने राम्रो फसल लिन सकिन्छ ।
गहुँको जात | पाक्ने दिन | उत्पादन((टन/हे) ) | सिफारिस क्षेत्र |
भृकुटी | १२० | ५.० | तराई, टार र १००० मिटरसम्म उचाइ भएका उपत्यकाहरु |
गौतम | ११९ | ३.४ | तराई, टार तथा ५०० मिटर भन्दा कम उचाई भएको उपत्यका |
डब्लु के १२०४ | १७९ | ३.४ | मध्य पहाड र उच्च पहाड |
आदित्य | ११८ | ४.८ | तराई, टार र ५०० मी. सम्मको उपत्यका |
एन.एल. ९७१ | १२२ | ४.५ | तराई, टार र ५०० मी. सम्मको उपत्यका |
विजय | १२३ | ४.५ | तराई, टार र ५०० मी. सम्मको उपत्यका |
गौरा | १६० | ५. | मध्य तथा उच्च पहाड |
धौलागिरी | १५६ | ४.९ | मध्य तथा उच्च पहाड |
तिलोत्तमा | १२० | ३.२ | तराई र भित्री मधेसको सिंचित तथा अर्ध सिंचित क्षेत्र |
डाँफे | १७० | ४.५ | मध्य तथा उच्च पहाड |
बाणगंगा | ११० | ३.३ | तराई,टार, हाचो उपत्यका ७०० मिटरसम्मको उचाईमा सिन्चित र अर्ध सिचिंत क्षेत्रको लागी |
१६३ | ४.४ | मध्य तथा उच्च पहाड (७०० देखी १४०० मिटरसम्म) सिचिंत तथा अर्ध सिचिंत क्षेत्रको लागी | |
मुनाल १ | १६४ | ४.९ | मध्य तथा उच्च पहाड (७०० देखी २३०० मिटरसम्म) सिचिंत तथा अर्ध सिचिंत क्षेत्रको लागी |
च्याखुरा १ | १५८ | ५. | मध्य तथा उच्च पहाड (७०० देखी २३०० मिटरसम्म) सिचिंत तथा अर्ध सिचिंत क्षेत्रको लागी |
बि.एल.४३४१ | ११५ | ५.९ | तराई,टार, हाचो उपत्यका ८०० मिटरसम्मको उचाईमा सिन्चित र अर्ध सिचिंत क्षेत्रको लागी |
खजुरा डुरम १ | १२८ | ४.९ | मध्य तथा सुदुर पश्चिम तराइका जिल्लाहरु दाङ, बाँके, बर्दिया, कैलाली, कंचनपुरका सिंचित क्षेत्र समुन्द्र सतहदेखी ५०० मीटर |
खजुरा डुरम २ | १२९ | ५.३ | मध्य तथा सुदुर पश्चिम तराइका जिल्लाहरु दाङ, बाँके, बर्दिया, कैलाली, कंचनपुरका सिंचित क्षेत्र समुन्द्र सतहदेखी ५०० मीटर |
Serial No.
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